करवा चौथ - कवि विशाल श्रीवास्तव । आज साहित्य अक्तूबर 19, 2021 रचना शीर्षक- करवा चौथ पुराने खण्डहर के पीछे वो उसका इंतजार करेगी और वो जाएगा, कुछ इस तरह से करवा चौथ, मेरा यार मनाएगा. दिलों में एक दूसर...Read More
अपना घर - शुभम पाण्डेय । आज साहित्य अक्तूबर 19, 2021 [रचना शीर्षक- अपना घर] एक कल्पनाओं का शहर , सुंदर जिसमें अपना घर चहके इतराए बलखाए झूमे नाचे गाए हम । एक कल्पनाओं का शहर , सुंदर जिसमें अप...Read More
कोशिस मंजिल तक - जीतेन्द्र मीना, गुरदह । आज साहित्य अक्तूबर 19, 2021 रचना शीर्षक - कोशिस मंजिल तक ( भाषण ) मुझे पता था रास्ते कठिन होंगे , आसान नही होगा वहा पहुँचना , लेकिन मै भी तो जिद्दी था , मुझे भी तो...Read More
कविता शीर्षक- पिता ( लेखिका - कुदसिया जमीर ) | Aaj Sahitya अक्तूबर 19, 2021 कविता शीर्षक - पिता पिता एक लफ़्ज़ बहुत सख़्त सा.. एक तस्वीर.. चट्टान सी.. एक आवाज़! कभी बहुत नर्म, कभी बहुत कठोर सी.. दिल माँ की मानिंद मगर आ...Read More
नजर - सर्वेश शर्मा | आज साहित्य अक्तूबर 18, 2021 नज्म शीर्षक - नजर नजर मिलाकर लवों में, मुस्कराने के बाद सनम अब तो अपने दिल के भी हालात लिख दो कभी अंदर कभी बाहर ...Read More
तुम मिलोगी मुझे - कवि विशाल श्रीवास्तव । आज साहित्य अक्तूबर 18, 2021 नज्म / गजल शीर्षक - तुम मिलोगी मुझे...... न शायर मैं बन पाया, मिली न शायरी मुझको. लिखीं बातें तेरी मेरी, मिली न डायरी मुझको. कहूँ किस ह...Read More
रचना ( विद्रोह ) - मनुप्रताप सिंह | आज साहित्य अक्तूबर 17, 2021 रचना शीर्षक - विद्रोह लाने क्रांति के निमित्त,काव्य रचता हैं। उफनती लहरों के विद्रोह में,भाव दिखता हैं।। चलो वेदी में,स्वयं आहूत करने। ...Read More
नज्म ( मै कहाँ हुँ ) - सर्वेश शर्मा | आज साहित्य अक्तूबर 17, 2021 नज्म शीर्षक :- मैं कहां हूं इक जहर था जो शहर में काम कर गया खुद से मिले हुऐ भी,जमाना गुजर गया हवा कुछ चली इस कद्र, जो मेरे शहर में हर तरफ ...Read More
चाहने लगा हू तुझे जब से - शायर बाबर | आज साहित्य अक्तूबर 17, 2021नज्म / गजल / शायरी - चाहने लगा हु तुझे जबसे मैं मेरे पिछे सारा जमाना परा है एक तुझको अपना बनाने के खातिर दुशमनो को अपना बनाना...Read More
कोख का बटबारा - अंकुर सिंह | Aaj Sahitya अक्तूबर 17, 2021 कहानी शीर्षक - कोख का बटबारा रामनरायण के दो बेटों का नाम रमेश और सुरेश है। युवा अवस्था में रामनारायण के मृत्यु होने के बाद उनकी...Read More
कहानी आईना- अंकुर सिंह | आज साहित्य अक्तूबर 17, 2021 कहानी शीर्षक - आईना "बेटा सुनील, मैंने पूरे जीवन की कमाई नेहा की पढ़ाई में लगा दी, मेरे पास दहेज में देने के लिए कुछ भी नहीं ...Read More
शब्दों की हेराफेरी- आरती सुधाकर सिरसाट अक्तूबर 16, 2021रचना शीर्षक:- शब्दों की हेराफेरी रानी भरें पानी, दासी करें आराम....! फक़ीर बैठे सिहासन पर, राजा बेच रहा है आम....!! काँटे महक ...Read More
हम किसान है - जीतेन्द्र मीना' गुरदह' | आज साहित्य अक्तूबर 16, 2021 रचना शीर्षक - हम किसान है देश की शान है किसान फिर भी , राजनीति मे सताया जाता हैं किसान । कर्ज के बोझ तले दबते हैं किसान , फिर भी देश को ...Read More
कहानी - सफर से हमसफर By अंकुर सिंह | Aaj Sahitya अक्तूबर 16, 2021 कहानी / लेख - सफर से हमसफ़र ये सीट मेरी है, विजयवाड़ा स्टेशन पर इतना सुनते अमित ने पीछे मुड़कर देखा तो एक हमउम्र की लड़की...Read More
कहानी - कर भला तो हो भला By अंकुर सिंह | आज साहित्य अक्तूबर 16, 2021 कहानी - कर भला तो हो भला "क्या हुआ मोहन, इतने उदास क्यों हो? तुम तो इंटरव्यू के लिए गए थे, क्या हुआ तुम्हारी नौकरी का?&qu...Read More
कवि रावण जला रहा - कवि विशाल श्रीवास्तव | Aaj Sahitya अक्तूबर 16, 2021 रचना शीर्षक- कवि रावण जला रहा. कैसे खुश हों लोग वो रावण के दहन पर, जिनका धंधा आजकल रावण चला रहा. रावण की तरफदारी में कुछ लोग घूमते, पैर ...Read More
कर्म - सर्वेश शर्मा | आज साहित्य अक्तूबर 15, 2021 कर्मो पर आधारित कविता, इंसान अपने कर्म कैसे किस तरह करता है शीर्षक - कर्म इंसान आज का करता है जग में कैसे कैसे कर्म विष्...Read More
लेख सिमटता गाँव - अंकुर सिंह ! आज साहित्य अक्तूबर 15, 2021 लेख - सिमटता गांव जीवन के तीस बसंतों को पार कर चुका हूं, जब कभी एकांत में बैठ कर बीते हुए वर्षों का अवलोकन करता हूं तो लगता हैं कि समय ने ...Read More
दशहरा- कवि विशाल श्रीवास्तव | आज साहित्य अक्तूबर 14, 2021 रचना शीर्षक - दशहरा ... मिटा नफरत को दिल से, आज मुझको प्यार दो. मैंने अन्तर्मन का रावण मारा, तुम शूर्पणखा और ताड़का मार दो. खत्म करें ...Read More
अपनापन अपनों का - सर्वेश शर्मा | Aaj Sahitya अक्तूबर 14, 2021 सर्वेश शर्मा वठिंडा द्वारा रचित कविता रचना शीर्षक- अपनापन अपनों का गर अपने न छलते तो हरते न हम विना वजह वेमौत कभी मरते न हम ...Read More