Header Ads

हिन्दी कविता लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
हिन्दी कविता लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

कविता शीर्षक- पिता ( लेखिका - कुदसिया जमीर ) | Aaj Sahitya

अक्तूबर 19, 2021
  कविता शीर्षक - पिता पिता एक लफ़्ज़ बहुत सख़्त सा.. एक तस्वीर.. चट्टान सी.. एक आवाज़! कभी बहुत नर्म, कभी बहुत कठोर सी.. दिल माँ की मानिंद मगर आ...Read More

रचना प्रेम - कवि विशाल श्रीवास्तव | आज साहित्य

अक्तूबर 10, 2021
रचना -  प्रेम...  कवि के प्रेम को,  अस्वीकृति मत देना,  कवि का प्रेम अलौकिक होता है. प्रेयसी मन में,  करो मनन,  यहाँ कौन किसी का होता है. कव...Read More

सपने मे सच्चाई - कवि विशाल श्रीवास्तव | Aaj Sahitya

अक्तूबर 08, 2021
जिस प्रकार स्वर्ग में अप्सराएँ होती हैं उसी तरह से नर्क में डायनें होती हैं. स्वर्ग में उस दिन अवकाश था तो कवि को नर्क में कुछ यम ले गये और ...Read More

माँ की पूजा - कवि विशाल श्रीवास्तव | आज साहित्य

अक्तूबर 07, 2021
   यह रचना कवि विशाल श्रीवास्तव द्वारा लिखी गई , निम्न रचना के लिये कवि विशाल श्रीवास्तवजी का आज साहित्य की ओर से आभार । रचना - माँ की पूजा ...Read More
Blogger द्वारा संचालित.