रचनाकार एवं लेखक गुरुदीन वर्मा की रचनाएँ । नवंबर 03, 2021 (1) रचना शीर्षक - हम यह दीपावली , ऐसे मनाये हम यह दीपावली, ऐसे मनाये । ऐसे कुछ घरों में भी, दीपक जलाये ।। रहते हैं बेघर जो, भूखे और प्यास...Read More
रचना बेटी पर - कुद्सिया जमीर । Aaj Sahitya अक्टूबर 25, 2021 रचना शीर्षक- बेटी ------ घर की ज़ीनत हैं मेरी बेटियां घर की रौनक़ हैं मेरी बेटियां.... इनकी मुस्कुराहट में छिपा है मेरी तमाम ख़ुशियों का राज़....Read More
कोशिस मंजिल तक - जीतेन्द्र मीना, गुरदह । आज साहित्य अक्टूबर 19, 2021 रचना शीर्षक - कोशिस मंजिल तक ( भाषण ) मुझे पता था रास्ते कठिन होंगे , आसान नही होगा वहा पहुँचना , लेकिन मै भी तो जिद्दी था , मुझे भी तो...Read More
कविता शीर्षक- पिता ( लेखिका - कुदसिया जमीर ) | Aaj Sahitya अक्टूबर 19, 2021 कविता शीर्षक - पिता पिता एक लफ़्ज़ बहुत सख़्त सा.. एक तस्वीर.. चट्टान सी.. एक आवाज़! कभी बहुत नर्म, कभी बहुत कठोर सी.. दिल माँ की मानिंद मगर आ...Read More
बहू ही वेटी है - सर्वेश कुमार | आज साहित्य अक्टूबर 11, 2021 मेरे ख्यालात~ सर्वेश की कलम से स्वरचित कविता रचना शीर्षक - बहू ही वेटी है अपनी वेटी को जिद नहीं ...Read More
रचना प्रेम - कवि विशाल श्रीवास्तव | आज साहित्य अक्टूबर 10, 2021रचना - प्रेम... कवि के प्रेम को, अस्वीकृति मत देना, कवि का प्रेम अलौकिक होता है. प्रेयसी मन में, करो मनन, यहाँ कौन किसी का होता है. कव...Read More
सपने मे सच्चाई - कवि विशाल श्रीवास्तव | Aaj Sahitya अक्टूबर 08, 2021जिस प्रकार स्वर्ग में अप्सराएँ होती हैं उसी तरह से नर्क में डायनें होती हैं. स्वर्ग में उस दिन अवकाश था तो कवि को नर्क में कुछ यम ले गये और ...Read More
जा रहा हूँ मै नदी के साथ बहता , पढ़िए कवि विशाल श्रीवास्तव की चुनिंंदा रचनाएँ गीत और गजल | आज साहित्य अक्टूबर 05, 2021 यहाँ आप कवि विशाल श्रीवास्तव द्वारा गई गीत , गजल और रचना पढ़ रहे है । आज साहित्य परिवार नए लेखकों की रचनाएँ आप तक पहुंचाता है कवि विशाल श्...Read More