मत भूल सनातन : कवि विशाल श्रीवास्तव जनवरी 04, 2022रचना शीर्षक: - मत भूल सनातन आप और हम जन्म के समय मूक थे वाणी वागेश्वरी ने नवाज़ी हमें जिसकी रहमत से उड़ने लगे आज तुम, उसको एकदम भुलाना गलत ब...Read More
वापस आ जाना - अंकुर सिंह । आज साहित्य अक्टूबर 25, 2021 रचना शीर्षक- वापस आ जाना मेरे बिन जब रहा न जाएं, जुदाई मुझसे सहा न जाएं। भूल हमारी तू- तू, मैं- मैं, एक आवाज लगाके जाना।। दिल में लिए मि...Read More
निभाना बहुत है - सर्वेश शर्मा । आज साहित्य अक्टूबर 23, 2021 रचना शीर्षक ~निभाना वहुत है आपका, हमसे इस रंग वदलती दुनिया में ये दोस्ती निभाना ही वहुत है ! प्रभु का ...Read More
सुनहरी यादें- सर्वेश शर्मा । Aaj Sahitya अक्टूबर 23, 2021 रचना शीर्षक :- सुनहरी यादें दोपहर की धूप में,हम कभी साथ नंगे पांव,घूमते थे, सावन की वरसात में हाथ पकड़ें, हर वक्त भीगते थे कभी खाते थे अम्...Read More
कविता शीर्षक- पिता ( लेखिका - कुदसिया जमीर ) | Aaj Sahitya अक्टूबर 19, 2021 कविता शीर्षक - पिता पिता एक लफ़्ज़ बहुत सख़्त सा.. एक तस्वीर.. चट्टान सी.. एक आवाज़! कभी बहुत नर्म, कभी बहुत कठोर सी.. दिल माँ की मानिंद मगर आ...Read More
कल प्रेम कवि से होगा , राष्ट्रहित मे बिजली बचाएँ- कवि विशाल श्रीवास्तव | Aaj Sahitya अक्टूबर 12, 2021रचना शीर्षक - राष्ट्रहित में बिजली बचाएं बिना वजह न बल्ब जलाएं. मौसम हो ठंडा तो पंखा न चलाएं. आओ मिलकर सजगता से, राष्ट्रहित में बिजली बचाए...Read More