मौन हूं तो कमजोर मत समझना : ~.डॉ. ऋचा ‘स्पष्ट’ नवंबर 21, 2022 मौन हूँ तो कमज़ोर मत समझना... वाचाल हूँ तो व्यभिचारी मत समझना... सहती हूँ तो पीड़ित मत समझना... विरोधी हूँ तो अपराधी मत समझना... स्त्री हूँ...Read More
अनुष्ठान : राजकुमार जैन राजन। आज साहित्य सितंबर 09, 2022 रचना शीर्षक : अनुष्ठान जब से लौट गई हो तुम मेरे पास से मेरी संवेदनाएं बौनी ही नहीं अस्तित्वहीन हो गई है बहुत कठिन है सत्य की तलाश जु...Read More
झूटे आरोप : चेतना सोलंकी । आज साहित्य सितंबर 03, 2022 रचना शीर्षक : झूटे आरोप अब झूटे आरोपों से कोई सीता वनवास नहीं सहेगी भरी सभा में कोई द्रोपदी अब अपमान नहीं सहेगी कोई भी मीरा अब जबरन विषपा...Read More