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वायुसेना मे जाने का - कवि विशाल श्रीवास्तव | Aaj Sahitya

आप यहाँ युवा कवि विशाल श्रीवास्तव द्वारा लिखी रचनाएँ पढ़ रहे है इस रचना का नाम है वायुसेना मे जाने का ।

वायुसेना में जाने का


प्यार बस उससे किया,
दिल में बस वो ही है।
रास्ते भी वो हो गये,
मंजिल भी वो ही है।
ख्वाब सजाया है मैंने,
वायुसेना की वर्दी पाने का।
सपना एक है मेरे मन,
वायुसेना में जाने का।

गणित भौतिकी के प्रश्नों को,
फोड़कर कर दिया चूर।
मोह दुनिया का त्यागा,
स्वयं को किया सभी से दूर।
वंदेमातरम् गीत बचा है,
इस महफिल में गाने का,
सपना एक है मेरे मन,
वायुसेना में जाने का।

मैं हिंदी मां का बेटा हूं,
अंग्रेजी भी आती है।
मेरे तन मन को हरपल,
वायुसेना की याद सताती है।
वक्त आ गया है अब,
अम्बर में तिरंगा फहराने का।
सपना एक है मेरे मन,
वायुसेना में जाने का।

उड़े गगन में भारतीय लड़ाकू,
दुश्मन थर थर कांपे।
कोई देखकर डरे और भागे,
भाग भागकर हांफे।
जल्द ही अवसर हमें मिलेगा,
अपना पराक्रम दिखाने का।
सपना एक है मेरे मन,
वायुसेना में जाने का।

-रचनाकार कवि विशाल श्रीवास्तव ,निवासी जलालपुर फर्रुखाबाद

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